स्वतंत्रता दिवस पर वीर रस की कविता | Independence Day VIR RAS Poem in Hindi
तू जग की अवधूत गरिमा।तू नील कंठ, तू श्वेत पद्म,तू ही शक्ति, तू ही दिव्य स्वप्न। वीरों के शौर्य से …
तू जग की अवधूत गरिमा।तू नील कंठ, तू श्वेत पद्म,तू ही शक्ति, तू ही दिव्य स्वप्न। वीरों के शौर्य से …